भारत में प्रत्येक वर्ष लगभग 20 लाख से भी ज्यादा प्रशिक्षार्थी आईटीआई के अंतर्गत चल रहे NCVT कोर्स की विभिन्न ट्रेडो में प्रवेश लेते है| सम्पूर्ण भारत की राजकीय/निजी आईटीआई में आईटीआई के अंतर्गत NCVT कोर्स की ट्रेडो में होने वाले प्रवेश DGT भारत सरकार की Guideliance के अनुसार ही होता है| अब आप लोग सोचेंगे की DGT भारत सरकार की Guideliance क्या है ? तो आइये पहले जानते है DGT भारत सरकार की Guideliance
DGT की प्रवेश सम्बंधित Guideliance
DGT भारत सरकार की प्रवेश सम्बन्धी Guideliance की बात करे तो DGT भारत सरकार आईटीआई के प्रत्येक प्रशिक्षार्थी को अपने सिस्टम में एक यूनिक id देते है, जिसे हम PRN यानी Permanent Registration Number के नाम से जानते है|
PRN जनरेट करने के लिए आवश्यक दस्तावेज |
आईटीआई के प्रशिक्षार्थियो के PRN जनरेट करने के लिए जरूरी है की प्रशिक्षार्थी के पास दो महत्वपूर्ण दस्तावेज़ होने चाहिए :
- प्रशिक्षार्थी के पास आधार कार्ड होना चाहिए|
- प्रशिक्षार्थी के पास 10वी की मार्कशीट होनी चाहिए|
- आधार कार्ड ऑनलाइन डाउनलोड हो सके|
यदि किसी प्रशिक्षार्थी ने 8वी पास योग्यता वाली आईटीआई की किसी ट्रेड में एडमिशन लिया है तो जरूरी है की प्रशिक्षार्थी के पास आधार कार्ड होना अनिवार्य है|
आधार कार्ड में अनिवार्य जानकारी|
आईटीआई के प्रत्येक प्रशिक्षार्थी के पास आधार कार्ड होना अनिवार्य है और केवल आधार कार्ड होना ही अनिवार्य नहीं है आपके आधार कार्ड में समस्त जानकारियों का सही होना भी अनिवार्य है| समस्त जानकारी जैसे:
- आपका नाम
- आपकी जन्मतिथि
- आपका जेंडर
- पिता का नाम
- पता
इन सभी जानकारियों की एक-एक स्पेल्लिंग सही होनी चाहिए|एवं आधार कार्ड में कोई भी मोबाइल नंबर लगा होना चाहिए जिसमे इनकमिंग और आउटगोइंग की सुविधा उपलब्ध हो|
आधार कार्ड में मोबाइल नंबर लगाना होना क्यों अनिवार्य है ?
DGT भारत सरकार आईटीआई के प्रशिक्षार्थी का PRN तभी जनरेट करते है जब आईटीआई के प्रशिक्षार्थी SIDH पोर्टल पर अपने आधार कार्ड से eKYC करते है और आधार eKYC करते समय आधार से लगे मोबाइल नंबर पर OTP जाता है| OTP को डालने के बाद ही eKYC कम्पलीट होती है|
क्या आधार कार्ड में लगा मोबाइल नंबर और आईटीआई में लगा मोबाइल नंबर एक होना चाहिए ?
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