शिल्पकार प्रशिक्षण योजना (CTS) एक व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जिसे आईटीआई (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) के माध्यम से संचालित किया जाता है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य युवाओं को विभिन्न तकनीकी और गैर-तकनीकी ट्रेडों में प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार योग्य बनाना है। CTS कोर्स के तहत प्रशिक्षण प्राप्त करके युवा सरकारी और निजी क्षेत्र में नौकरी पा सकते हैं, या स्वयं का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। CTS के अंतर्गत विभिन्न ट्रेडों को इंजीनियरिंग और नॉन-इंजीनियरिंग श्रेणियों में विभाजित किया गया है। इन कोर्सों की अवधि 6 महीने से लेकर 2 साल तक हो सकती है। इस कोर्स में प्रवेश के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता 8वीं पास होती है, और न्यूनतम आयु 14-15 वर्ष होती है। हालांकि, अधिकतम आयु की कोई सीमा नहीं है, जिससे किसी भी आयु के व्यक्ति इस कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। 

CTS कोर्स के उपरांत प्रशिक्षार्थियों के पास उच्च शिक्षा के लिए भी कई विकल्प खुल जाते हैं, जिससे वे अपने कौशल को और अधिक उन्नत कर सकते हैं। यह कोर्स विशेष रूप से उन युवाओं के लिए उपयोगी है जो अल्प समय में रोजगार हासिल करना चाहते हैं।

आईटीआई करने से होने वाले लाभ

आईटीआई (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) करना आज के समय में युवाओं के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण और फायदेमंद विकल्प बन गया है। जहां एक ओर पारंपरिक शैक्षणिक पाठ्यक्रम लंबे समय तक चलते हैं और अक्सर उनमें व्यावहारिक ज्ञान की कमी होती है, वहीं आईटीआई कोर्स एक ऐसा विकल्प प्रदान करता है जो कम समय में ही विद्यार्थियों को कौशलवान बनाता है और उन्हें रोजगार के लिए तैयार करता है। आईटीआई करने के कई फायदे हैं, जो इसे एक आकर्षक विकल्प बनाते हैं। आइए, इन फायदों को विस्तार से समझते हैं:

  • कम समय में कौशल प्राप्ति: 
आईटीआई कोर्स की अवधि आमतौर पर 6 महीने से 2 साल के बीच होती है। इस अल्प समय में विद्यार्थी एक विशेष ट्रेड में विशेषज्ञता प्राप्त कर लेते हैं, जो उन्हें जल्दी से नौकरी पाने में मदद करता है। यह उन छात्रों के लिए बहुत उपयोगी है जो जल्द से जल्द अपने करियर की शुरुआत करना चाहते हैं।
  • व्यावहारिक शिक्षा पर जोर:
आईटीआई पाठ्यक्रमों का प्रमुख लक्ष्य विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करना है। यहां आपको सैद्धांतिक ज्ञान के साथ-साथ उद्योग में प्रयोग किए जाने वाले उपकरणों और तकनीकों का व्यावहारिक अनुभव भी मिलता है। यह आपको सीधे कार्यक्षेत्र में उतरने के लिए तैयार करता है।
  • विभिन्न ट्रेडों में विकल्प:
आईटीआई में विभिन्न ट्रेड्स उपलब्ध हैं जैसे इलेक्ट्रीशियन, फिटर, वेल्डर, मशीनिस्ट, मैकेनिक, प्लंबर, कारपेंटर, आदि। आप अपनी रुचि और करियर की दिशा के अनुसार किसी भी ट्रेड का चयन कर सकते हैं। हर ट्रेड की अपनी विशिष्टताएं और रोजगार के अवसर होते हैं।
  • स्वरोजगार के अवसर:

आईटीआई कोर्स करने के बाद आप केवल नौकरी तक ही सीमित नहीं रहते, बल्कि आप स्वयं का व्यवसाय भी शुरू कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आपने इलेक्ट्रिशियन या प्लंबर का कोर्स किया है, तो आप अपनी खुद की सर्विसेज शुरू कर सकते हैं। यह आपको आत्मनिर्भर बनाता है और आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान करता है।

  • कम लागत में शिक्षा:

आईटीआई कोर्स की फीस बहुत कम होती है, जो इसे आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प बनाती है। सरकारी आईटीआई संस्थानों में तो फीस लगभग नाममात्र की होती है, जिससे हर वर्ग के विद्यार्थी इस शिक्षा को प्राप्त कर सकते हैं।

  • उच्च शिक्षा के लिए विकल्प:

 

आईटीआई कोर्स के बाद भी उच्च शिक्षा के कई विकल्प खुले रहते हैं। आप चाहे तो पॉलिटेक्निक डिप्लोमा, बीटेक, या फिर स्पेशलाइज़्ड कोर्स जैसे एंटरप्रेन्योरशिप या मैनेजमेंट में भी आगे की पढ़ाई कर सकते हैं। आईटीआई करने के बाद आपके पास और अधिक करियर विकल्प होते हैं, जिससे आप अपने करियर को और भी ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं।

  • उद्योग की मांग के अनुसार प्रशिक्षण:

आईटीआई कोर्स उद्योग की मौजूदा और भविष्य की मांगों के अनुसार डिज़ाइन किए जाते हैं। इसमें छात्रों को उद्योग की नवीनतम तकनीकों और प्रक्रियाओं से परिचित कराया जाता है, जिससे वे तुरंत रोजगार योग्य बन जाते हैं। यह आपको उद्योग में प्रतिस्पर्धी बनाए रखता है।

  • विदेश में नौकरी के अवसर:

आईटीआई पास छात्रों के लिए विदेश में भी रोजगार के अच्छे अवसर होते हैं। विशेष रूप से मध्य पूर्वी देशों में आईटीआई पास उम्मीदवारों की भारी मांग है। यदि आप विदेश में काम करना चाहते हैं तो आईटीआई आपके लिए एक मजबूत आधार तैयार कर सकता है।

  • अल्प आयु में आर्थिक आत्मनिर्भरता:

आईटीआई कोर्स की शुरुआत 8वीं या 10वीं के बाद की जा सकती है, जिसका मतलब है कि विद्यार्थी 18-20 साल की उम्र में ही अपने पैरों पर खड़ा हो सकता है। यह उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाता है और परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने में सहायक होता है।

  • महिलाओं के लिए भी अवसर:

आईटीआई अब केवल पुरुषों तक ही सीमित नहीं है। विभिन्न ट्रेड्स में महिलाएं भी बड़ी संख्या में दाखिला ले रही हैं और अपने करियर को नई ऊंचाइयों तक ले जा रही हैं। महिलाओं के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए ट्रेड्स और कोर्स भी उपलब्ध हैं। कुछ संस्थान ऐसे भी है जहा केवल महिलाये ही प्रवेश ले सकती है|

  • स्थानीय और वैश्विक स्तर पर मान्यता:

आईटीआई कोर्स की मान्यता स्थानीय और वैश्विक स्तर पर होती है। इसके सर्टिफिकेट को हर जगह स्वीकार किया जाता है, जिससे आप देश के किसी भी कोने में या विदेश में काम करने के योग्य हो जाते हैं।

आईटीआई कोर्स एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जो आपको अल्प समय में कौशलवान बनाकर रोजगार के लिए तैयार करता है। यह कोर्स न केवल आपको नौकरी पाने में मदद करता है, बल्कि आपको आत्मनिर्भर बनाकर स्वरोजगार के अवसर भी प्रदान करता है। इसलिए, जो युवा तकनीकी क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं और जल्द से जल्द अपने पैरों पर खड़ा होना चाहते हैं, उनके लिए आईटीआई एक उत्कृष्ट विकल्प है।

Education Qualification ( शैक्षणिक योग्यता)

निर्धारित शैक्षणिक योग्यता वाला  अभ्यार्थी ही ऑनलाइन आवेदन भरने के योग्य है| व्यवसाय में प्रवेश हेतु वांछित शैक्षणिक अहर्ता और व्यवसाय का विवरण दिए गए है| आवेदन भरने से पहले व्यवसाय की शैक्षणिक  योग्यता भली भाती चेक कर ले-:

  1. Divyang Trades -: One year (8 वी / 10वी ), Two year (10)
  2. Engineering Trades-: One year (8 वी / 10 वी), Two year (8 वी / 10 वी / वी )
  3. Non Engineering Trades-: Six months (8 वी / 10 वी), One year (8 वी / 10 वी), Two year (10 वी)

आईटीआई में प्रवेश कब से शुरु होते है ?

राज्य का नाम

प्रवेश प्रारम्भ एवं अंतिम तिथि

राजकीय आईटीआई की संख्या

निजी आईटीआई की संख्या

Official Website

विस्तृत जानकारी

Andhra Pradesh

26-August-2024

82

440

Visit

View

Arunachal Pradesh

07

0

Visit

View

Assam

31

16

Visit

View

Bihar

150

1230

Visit

View

Chhattisgarh

120

112

Visit

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Goa

11

2

Visit

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Gujarat

278

231

Visit

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Haryana

160

229

Visit

View

Himachal Pradesh

128

145

Visit

View

Jharkhand

15-May-2024 से 15-June-2024

77

273

Visit

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Karnataka

275

1230

Visit

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Kerala

149

315

Visit

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Madhya Pradesh

195

826

Visit

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Maharashtra

422

623

Visit

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Manipur

10

0

Visit

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Meghalaya

7

1

Visit

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Mizoram

3

0

Visit

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Nagaland

9

0

Visit

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Odisha

75

451

Visit

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Punjab

116

235

Visit

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Rajasthan

173

1420

Visit

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Sikkim

4

0

Visit

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Tamil Nadu

92

411

Visit

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Telangana

66

237

Visit

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Tripura

20

2

Visit

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Uttar Pradesh

305

2982

Visit

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Uttarakhand

104

80

Visit

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West Bengal

163

141

Visit

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केंद्र शाशित प्रदेश

केंद्र शाशित प्रदेश

प्रवेश प्रारंभ माह

राजकीय आईटीआई की संख्या

निजी आईटीआई की संख्या

Official Website

विस्तृत जानकारी

Andaman & Nicobar (UT)

3

1

Visit

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Chandigarh (UT)

2

0

Visit

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Dadra & Nagar Haveli and Daman & Diu (UT)

4

0

Visit

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Delhi [National Capital Territory (NCT)]

18

36

Visit

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Jammu & Kashmir (UT)

49

1

Visit

View

Ladakh (UT)

3

0

Visit

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Lakshadweep (UT)

1

0

Visit

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Puducherry (UT)

8

7

Visit

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