PRN क्या हैं ? DGT भारत सरकार के दिशा निर्देश के अनुसार वर्ष 2023 से सम्पूर्ण भारत की समस्त आईटीआई के समस्त प्रशिक्षार्थियो का PRN जनरेट करना अनिवार्य है| यदि किसी प्रशिक्षार्थी का PRN जनरेट नहीं होगा तो वो प्रशिक्षार्थी परीक्षा की किसी भी गतिविधि में सम्मलित नहीं हो पायेगा इसीलिए आईटीआई में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे प्रत्येक प्रशिक्षार्थियो का PRN जनरेट करना अनिवार्य है|
PRN क्या हैं ?
DGT भारत सरकार द्वारा PRN यानि Permanent Registration Number आईटीआई के सभी प्रशिक्षार्थियो का जारी किया जाता है| PRN जनरेट करने का मुख्य उद्देश्य यह है की DGT भारत सरकार अपने सिस्टम (आल इंडिया डेटाबेस) में प्रत्येक प्रशिक्षार्थी एक यूनिक कोड जारी करता है उसी कोड को PRN कहते है आसन शब्दों में कहूँ तो PRN ही प्रशिक्षार्थी का Rollnumber है बस R को Rollnumber के आगे जोड़ दिया जाता है, R का मतलब है रजिस्ट्रेशन नंबर| इस यूनिक कोड से ही DGT प्कीरशिक्षार्थी की पहचान होती है DGT के सिस्टम में इस यूनिक कोड पर ही प्रशिक्षार्थी की सारी प्रवेश/परीक्षा सम्बन्धी गतिविधिया होती है जैसे -: प्रशिक्षार्थी का फोटो, प्रशिक्षार्थी की समूर्ण डिटेल (नाम,माता का नाम,पिता का नाम, आधार नंबर, मोबाइल नंबर, Email-Id, एड्रेस, जेंडर, केटेगरी आदि), प्रशिक्षार्थी का प्रवेश पत्र, प्रशिक्षार्थी का रिजल्ट, प्रशिक्षार्थी की मार्कशीट, प्रशिक्षार्थी का सर्टिफिकेट आदि|
अगर कभी भी किसी प्रशिक्षार्थी को आईटीआई पूर्ण होने के बाद प्रशिक्षार्थी को अपनी मार्कशीट या सर्टिफिकेट चाहिए हो तो इस PRN से ट्रेस करी जा सकती है|
आईटीआई के छात्र को PRN जनरेट करना क्यों जरूरी है ?
आप सभी तो पता है की आईटीआई की जितनी भी ट्रेड्स NCVT पाठ्यक्रम के अंतर्गत चलती है उनमे प्रवेश यानि एडमिशन, परीक्षा यानि एग्जाम और मार्कशीट/सर्टिफिकेट सभी DGT भारत सरकार स्वयं जारी करता है| DGT भारत सरकार किसी भी प्रशिक्षार्थी के प्रवेश को तभी पूर्ण मानती है जब DGT प्रशिक्षार्थी का PRN (Permanent Registration Number) जारी करता है| यह PRN हर प्रशिक्षार्थी का यूनिक होता है यदि किसी प्रशिक्षार्थी ने वर्ष 2024 में आईटीआई की किसी दो वर्षीय ट्रेड में प्रवेश लिया है और 2026 में फिर से आईटीआई की किसी एक वर्षीय ट्रेड में प्रवेश लेता है तो उस प्रशिक्षार्थी के दो PRN DGT जनरेट करेगा एक वर्ष 2024 के प्रवेश के लिए जिस पर 2024 की ट्रेड के सर्टिफिकेट और मार्कशीट लिंक होंगे और दुसरा PRN 2026 के प्रवेश के लिए जिस पर 2026 की ट्रेड के सर्टिफिकेट और मार्कशीट लिंक होंगे| दोनों ही PRN अलग अलग होंगे और यूनिक होंगे| यदि किसी प्रशिक्षार्थी का PRN जनरेट नहीं होता है किसी कारण वश तो उस प्रशिक्षार्थी का डाटा परीक्षा की एक्टिविटी जैसे Attendance, Formative Assessment Marks, Practical fees, CBT Fees पूर्ण करने के लिए प्रदर्शित नहीं होगा और जब परीक्षा की एक्टिविटी के लिए प्रशिक्षार्थी का डाटा प्रदर्शित नहीं होगा तो प्रशिक्षार्थी का प्रवेश पत्र जारी नहीं होगा और न ही प्रशिक्षार्थी परीक्षा में सम्मलित हो पायेगा| इसीलिए सभी राजकीय/निजी आईटीआई संस्थान ये सुनिश्चित कर ले की उनके संस्थान में प्रवेशित सभी प्रशिक्षार्थी का PRN जनरेट हो|
PRN जारी कौन करता है ?
आईटीआई के प्रशिक्षार्थी का PRN (Permanent Registration Number) DGT भारत सरकार जारी करती है मगर केवल उन्ही प्रशिक्षार्थियो का जो उनके PRN Genration करने वाले प्रोसेस को पूरा करते है| अब आप सोंचेगे की PRN Generation का प्रोसेस क्या है ?
प्रशिक्षार्थी का PRN जनरेट करने का प्रोसेस क्या है ?
DGT भारत सरकार द्वारा प्रशिक्षार्थी का PRN जनरेट करने की प्रक्रिया को तीन भागो में विभाजित किया गया है-:
- Mobile Number Verification
- Trainee Live Photo Capture
- eKyc
संस्थान को प्रत्येक प्रशिक्षार्थी का PRN जनरेट करने के लिए ये तीनो स्टेप करने अनिवार्य है अगर सस्न्थान किसी प्रशिक्षार्थी का तीनो में से कोईस्टेप छोर देता है तो प्रशिक्षार्थी का PRN जनरेट नहीं होगा| नीच विडियो दी गई है जिसमे आपको पूरा प्रोसेस डिटेल में समझाया है PRN जनरेट करने का|
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